3/23 २३-कर्दम और देवहूतिका विहार
CHAPTER TWENTY-THREE: Devahūti’s Lamentation २३-कर्दम और देवहूतिका विहार
मनुष्य ऋषि-मुनियों के द्वारा बतलाई हुई पद्धतियों से उदर आदि स्थानों में जिन का चिंतन करते हैं और जो प्रभु उनके चिंतन करने पर मृत्यु भय का नाश कर देते हैं उन ह्रदयदेश में विराजमान प्रभु कि हम उपासना करते हैं।